वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजनाएँ
बीएसएनएल ने अब तक केवल 1000 साइट्स पर 4G सेवाएँ शुरू की हैं, जबकि उसका उद्देश्य एक लाख साइट्स पर सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस दिशा में बीएसएनएल की महत्वपूर्ण भूमिका है।
बजट आवंटन और सरकार की सहायता
सरकार ने बजट 2024 में दूरसंचार प्रोजेक्ट्स और सरकारी टेलीकॉम कंपनियों के लिए 1.28 लाख करोड़ रुपये का बड़ा बजट आवंटित किया है। इसमें 82,916 करोड़ रुपये बीएसएनएल की तकनीकी उन्नति और बुनियादी संरचना की सुधार के लिए खर्च किए जाएंगे। इस वित्तीय सहायता से बीएसएनएल को अपनी सेवाओं को विस्तारित और आधुनिक बनाने में मदद मिलेगी।
टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वक्तव्य
टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में बताया कि बीएसएनएल के 4G टेक्नोलॉजी को राष्ट्रीय गौरव के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने बताया कि कंपनी को घरेलू प्रोडक्ट्स को अपनाने के लिए कठिन रास्ते तय करने होंगे, जो महत्वपूर्ण हैं। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें इस प्रोजेक्ट के दैनिक लक्ष्यों की निगरानी करनी होगी ताकि प्रोजेक्ट समय पर और सही ढंग से पूरा हो सके।
तकनीकी उन्नति का प्रतीक
बीएसएनएल का यह पहल न केवल तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि यह भारतीय टेलिकॉम उद्योग में स्थिरता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन से बीएसएनएल को बाजार में पुनर्स्थापित करने में मदद मिलेगी।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा
यह पहल भारत के दूरसंचार क्षेत्र में अन्य देशों के साथ मुकाबले को बढ़ावा देने में भी मददगार होगी। यह खासकर महत्वपूर्ण है जब विश्व 5G पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और भारत अब भी 3G और 4G सेवाओं की दिशा में काम कर रहा है।
विशेष बिंदु
- बीएसएनएल ने 20,000 4G टावर लगाने पर भी काम शुरू कर दिया है।
- कंपनी संभवतः इस साल के अंत तक पटना में 4G मोबाइल सेवा की योजना बना सकती है।
- 4G सेक्शन में 5G में संशोधन का बाद में संशोधन संभव हो सकता है।
इस प्रकार, बीएसएनएल की यह पहल न केवल तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि भारतीय टेलिकॉम उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।