जाने इस पोस्ट में क्या क्या है
MGNREGA Yojna: कांग्रेस सरकार ने देश के गरीब परिवारों की आर्थिक हालत में सुधार लाने के लिए मनरेगा योजना का आरंभ किया था। यह योजना राष्ट्रीय स्तर पर हर राज्य की सरकार और मौजूदा भाजपा सरकार द्वारा भी जारी रखी गई है। इस योजना के तहत, ग्रामीण इलाकों के लोगों को रोजगार प्रदान किया जाता है ताकि उन्हें रोजगार की तलाश में गाँव से दूर न जाना पड़े।
देश के सभी राज्यों में ग्राम पंचायतों के स्तर पर चलाई जा रही यह योजना लोगों के लिए काफी मददगार साबित हुई है। अब तक, मनरेगा योजना के माध्यम से करोड़ों भारतीय नागरिकों को लाभ पहुंचा है। आज, हम इस लेख के जरिए आपको मनरेगा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे, जैसे कि MGNREGA Yojna क्या है, मनरेगा जॉब कार्ड क्या है, योजना के उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज और जॉब कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें।
MGNREGA Yojna 2024
मनरेगा योजना को भारतीय सरकार द्वारा एक रोजगार गारंटी योजना के रूप में लागू किया गया है। यह योजना विधानसभा में 7 सितंबर 2005 को पारित की गई थी। इसके बाद, 2 फरवरी 2006 को इसे 200 जिलों में शुरू किया गया। प्रारंभ में इसे राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (नरेगा NREGA) के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2 अक्टूबर 2009 को इसका नाम बदलकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम कर दिया गया।
मनरेगा योजना दुनिया की एकमात्र योजना है जो नागरिकों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देती है। इस योजना की शुरुआत देश के गरीब और बेरोजगार परिवारों को आजीविका प्रदान करने के लिए की गई थी। 2010-11 के वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए 40,100 करोड़ रुपए आवंटित किए। यह योजना कमजोर आय वर्ग के लोगों को उनके ग्राम पंचायत में ही रोजगार प्रदान करती है, जिससे उन्हें पलायन से बचाया जा सकता है। इस योजना के तहत, रोजगार प्राप्त करने के लिए पहले पंजीकरण कराना पड़ता है। पंजीकरण के बाद, मनरेगा जॉब कार्ड प्रदान किया जाता है। NREGA Job Card के माध्यम से, कार्डधारक को 100 दिन के रोजगार का अधिकार मिलता है।
मनरेगा योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | MGNREGA Yojana |
शुरू की गई | भारत सरकार द्वारा |
योजना का आरंभ | 2 फरवरी 2006 |
लाभार्थी | देश के बेरोजगार नागरिक |
उद्देश्य | ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को निवास स्थान के समीप रोजगार प्रदान करना |
लाभ | 100 दिन का रोजगार गारंटी |
श्रेणी | केंद्र सरकार योजना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://nrega.nic.in/netnrega/ |
MGNREGA Yojana का उद्देश्य
भारत सरकार द्वारा मनरेगा योजना की शुरुआत का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण नागरिकों को उनके निवास स्थान के निकट 100 दिनों का रोजगार प्रदान करना है। इसका मकसद ग्रामीण आबादी की आजीविका के आधार को मजबूत करना है ताकि उनका सामाजिक समावेश सुनिश्चित हो सके और साथ ही शहरों की ओर होने वाले पलायन को रोका जा सके। इस योजना के अंतर्गत, ग्रामीण गरीबों की आजीविका के आधार को मजबूत करते हुए बुनियादी ढांचागत विकास किया जाता है।
मनरेगा योजना का मुख्य लक्ष्य गरीब परिवारों की आय में वृद्धि करना और उन्हें मजबूत आजीविका प्रदान करना है, जिससे समाज के कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में शामिल किया जा सके। इसके अलावा, यह योजना भारत में पंचायती राज संस्थाओं को अधिक मजबूती प्रदान करने का भी एक उद्देश्य है।
मनरेगा जॉब कार्ड क्या है?
मनरेगा जॉब कार्ड रोजगार प्राप्त करने के लिए प्राथमिक दस्तावेज होता है। जो एक श्रमिक व्यक्ति की पहचान करता है। मनरेगा जॉब कार्ड मनरेगा योजना के तहत स्थानीय ग्राम पंचायत के साथ रजिस्टर्ड होता है। इस जॉब कार्ड में रजिस्टर्ड व्यक्ति का नाम, नरेगा रजिस्ट्रेशन नंबर, घर में आवेदकों की जानकारी इत्यादि दी गई होती है। नरेगा जॉब कार्ड श्रमिक के अधिकारों को दस्तावेजी प्रमाण पत्र के रूप में भी कार्य करता है। ग्रामीण परिवारों के नागरिकों को नरेगा जॉब कार्ड स्थानीय क्षेत्र में ग्राम पंचायत में काम करने के लिए आवेदन की अनुमति देता है और प्रक्रियाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है ताकि श्रमिकों के साथ धोखाधड़ी ना हो सके। Narega Job Card का उपयोग आप बैंक खाता खोलने के लिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में KYC को पूरा करने के लिए भी किया जा सकता है।
MGNREGA Yojana के प्रावधान
- मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब परिवारों के लोगों को 100 दिन का रोजगार मुहैया कराया जाता है।
- 14 दिनों तक रोजगार ना मिलने की स्थिति में MNREGA जॉब कार्ड धारकों को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उनके निवास स्थान पर समिति रोजगार प्रदान कर पलायन से रोकने का प्रयास किया जाता है।
- मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्य करने वाले श्रमिक नागरिकों को ग्राम पंचायत के माध्यम से जॉब कार्ड जारी किया जाता है।
- इस योजना के तहत पुरुषों के साथ-साथ महिला वर्ग को भी 1/3 भाग आरक्षण दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
- ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Development) द्वारा मनरेगा योजना का संचालन किया जाता है।
- MNREGA के अंतर्गत यदि श्रमिक का कार्य स्थान उसके घर से 5 किलोमीटर की दूरी से अधिक है तो श्रमिक को निर्धारित पारिश्रमिक में से 10 प्रतिशत से अधिक मजदूरी दी जाती है।
- श्रमिकों के हर दिन की मजदूरी राज्यों के अनुसार अलग-अलग होती है।
- इस योजना के माध्यम से ग्रामीण गरीबों की आजीविका के आधार को मजबूत करके ग्रामीण बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।
मनरेगा योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को रोजगार की उत्पत्ति अकुशल श्रम के लिए प्रत्येक श्रमिकों को 100 दिनों का गारंटी रोजगार दिया जाता है।
- इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब श्रमिकों को उनके निवास स्थान के समीप ही रोजगार दिया जाता है।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक लाभार्थी को 15 दिन के अंदर जॉब कार्ड जारी किया जाता है जॉब कार्ड मिलने के बाद लाभार्थी को 100 दिनों की रोजगार की गारंटी मिल जाती है।
- श्रमिकों को उनकी मजदूरी का पैसा सीधे उनके बैंक अकाउंट में भेज दिया जाता है।
- ग्राम पंचायत स्तर पर रोजगार प्रदान कर इस योजना के माध्यम से अन्य शहरों में होने वाले पलायन को रोकना है।
- मनरेगा योजना के तहत एक व्यक्ति को 1 वर्ष में केवल 100 दिन का ही काम दिया जाता है और उसे उसी के अनुसार काम के पैसे दिए जाते हैं। नरेगा जॉब कार्ड धारकों को उसके राज्य के अनुसार प्रतिदिन के कार्य का वेतन जाता है।
- MNREGA योजना के अंतर्गत 1 दिन में एक व्यक्ति से कुल 9 घंटे काम लिया जाता है और उसमें भी उसे 1 घंटे का आराम दिया जाता है। यानी इस योजना के तहत केवल श्रमिक मजदूर से प्रतिदिन कुल 8 घंटे का काम लिया जाता है।
- धोखाधड़ी से बचने के लिए मनरेगा कार्ड बनवाना अनिवार्य होता है।
- भारत सरकार द्वारा सभी ऐसे लोगों को मनरेगा कार्ड बनवाया गया है जो इस योजना का लाभ उठाने के इच्छुक है।
- देश में जो भी काम मजदूरों के होते हैं वह सभी काम मनरेगा योजना के अंतर्गत कराए जाते हैं।
- कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी वर्ग का हो, किसी भी राज्य से संबंध रखता हो, किसी भी जाति या धर्म का हो उन सभी को बराबर मात्रा में इस योजना के तहत काम दिया जाता है।
- अगर किसी कारणवश मनरेगा के तहत कोई व्यक्ति काम करते हुए घायल हो जाता है या उसे गंभीर क्षति होती है तो उसकी चिकित्सा का सारा खर्च सरकार द्वारा दिया जाता है।
- इस योजना के माध्यम से देश में विकास में भी उन्नति देखने को मिली है।
MGNREGA Yojana के अंतर्गत कार्य
मनरेगा योजना में संचालित विभिन्न प्रकार के कार्य किए जाते हैं जिनका विवरण निम्न प्रकार है।
- लघु सिंचाई
- जल संरक्षण
- भूमि विकास
- बाढ़ नियंत्रण
- गौशाला निर्माण कार्य
- बागवानी
- ग्रामीण संपर्क मार्ग निर्माण
- विभिन्न तरह के आवास निर्माण
- सूखे की रोकथाम के अंतर्गत वृक्षारोपण
मनरेगा जॉब कार्ड में शामिल जानकारी
MANREGA या नरेगा जॉब कार्ड लाभार्थी को प्रदान किए जाने वाला एक आवश्यक दस्तावेज होता है जिसमें उसके द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा दर्ज होता है। जोकि निम्नलिखित है।
- मनरेगा आवेदक की जानकारी जैसे नाम, पिता का नाम, लिंग, बैंक अकाउंट नंबर/पोस्ट ऑफिस बैंक का अकाउंट नंबर, पता आदि।
- नौकरी/रोजगार रिकॉर्ड
- नरेगा जॉब कार्ड धारक का फोटो
- उपलब्ध रोजगार की जानकारी तारीख को सहित
- बेरोजगारी भत्ता भुगतान जानकारी (न्यूनतम गारंटी रोजगार उपलब्ध ना होने पर)
- आपको बता दें कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत जॉब कार्ड धारकों बेरोजगारी भत्ता तब प्रदान किया जाता है। जब श्रमिक को 15 दिनों के बाद भी उसे रोजगार नहीं प्रदान किया गया हो।
MGNREGA Job Card के लिए पात्रता
- मनरेगा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- ग्रामीण क्षेत्र में निवास कर रहे नागरिक ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- ऐसे आवेदक जो अकुशल कार्य करने के लिए तत्पर है इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
NREGA Job Card के लिए आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले आपको मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- होम पेज पर आपको Gram Panchayat के सेक्शन में Generate Reports के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आपके सामने सभी राज्यों की सूची आ जाएगी।
- आपको अपने राज्य का चुनाव कर उस पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर आपको मांगी गई जानकारी दर्ज करनी होगी। जैसे
- Financial Year, District, Block, Panchayat आदि का चयन करना होगा।
- इसके बाद आपको Proceed के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- अब आपके सामने जॉब कार्ड के लिए Registration फॉर्म खुल जाएगा। जिसमें आपको मांगी गई जानकारी जैसे-
- गांव का नाम, परिवार के मुखिया का नाम, आवेदक का नाम, लिंक, आयु, मकान संख्या, वर्ग और पंजीकरण की तारीख पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर आदि दर्ज करनी होगी।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको Submit के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आपकी मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।